बोर्ड बनाने के लिए निर्दलीय के सहारे पर भाजपा, पांच निर्दलीय संपर्क में
बीकानेर नगर निगम में सत्ता पर काबिज भाजपा सबसे बड़ा दल बनकर उभरी है। हालांकि निगम में बोर्ड बनाने को लेकर खैवनहार निर्दलीय ही बनेंगे। मंगलवार को हुई मतगणना के बाद भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां बहुमत हासिल नहीं कर पाई लेकिन कांग्रेस के मुकाबला भाजपा ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए ३८ सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं कांग्रेस तीस सीटों पर ही सिमट गई। 

 

भाजपा का कयास सटीक

हालांकि चुनाव परिणाम से पहले ही दोनों पार्टियों ने बाड़ाबंदी कर सभी प्रत्याशियों को साथ लिया था। बाड़ाबंदी के दौरान भाजपा ने जो फीडबैक लिया उस मुताबिक वो उतनी ही सीटों पर सिमटी जबकि कांग्रेस उससे पांच सीटों पर पीछे रही। इसी के चलते भाजपा ने बागी होकर निर्दलीय चुनाव लडऩे वाले प्रत्याशियों से संपर्क साध लिया था और मतगणना के बाद पांच पार्षदों को भाजपा नेताओं ने पार्टी के बड़े नेताओं से बात कराकर समर्थन के लिए तैयार करने की बात भी सामने आ रही है। 

 

कांग्रेस में चलता रहा जोड़तोड़ का गणित

हालांकि कांग्रेस में भी जोड़तोड़ का गणित बिठाने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन भाजपा के 'मैजिक फिगरÓ से ज्यादा दूरी नहीं होने के बाद कांग्रेसी नेता पूरे प्रयास में नजर नहीं आ रहे हैं। 

 

अपने वार्ड में हारे अर्जुन-कल्ला-भाटी

भाजपा और कांग्रेस के साथ ही दिग्गजों के वार्ड में दोनों ही पार्टियों को हार का मुंह देखना पड़ा है। मतलब साफ है कि खुद बड़े नेता अपने ही वार्ड में अपनी ही पार्टी को जीत नहीं दिला पाए। केंद्रीय राज्यमंत्री अर्जुन मेघवाल के खुद के वार्ड 6 में भाजपा प्रत्याशी दीपक गहलोत कांग्रेस के बागी होकर चुनाव लड़े निर्दलीय नंदकिशोर के सामने १६१४ वोटों के बड़े अंतर से चुनाव हार गए। वहीं मंत्री कल्ला के वार्ड ७४ में कांग्रेस प्रत्याशी सुनयना चौहान १३७ वोटों के अंतर से भाजपा प्रत्याशी दुलीचंद से चुनाव हार गई। वहीं वार्ड ५६ में देवीसिंह भाटी के सामाजिक न्याय मंच का उम्मीदवार तीसरे स्थान पर रहा और कांग्रेस के जीते प्रत्याशी से ७४१ वोटों से आगे रहा। 

 

3 वोट से हारी सविता जावेद की २२०० से जीत

निगम चुनाव में वार्ड 47 में कांग्रेस की प्रत्याशी सविता जोशी भाजपा की सुमन छाजेड़ से तीन वोट से चुनाव हार गई वहीं वार्ड ५५ में कांग्रेस के प्रत्याशी और तीसरी बार जीत हासिल करने वाले नेता प्रतिपक्ष रहे जावेद पडि़हार २२०५ वोट से चुनाव जीते।