उत्तराखंड सरकार दो दिन में 500 डॉक्टरों की नियुक्ति करेगी। वर्तमान में पूरे प्रदेश में 2100 और पंद्रह सौ नर्सें कार्यरत हैं। उत्तराखंड मेडिकल चयन बोर्ड के माध्यम से 314 विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति प्रक्रिया लगभर पूरी हो चुकी है।
आज इन पदों पर चयनित डॉक्टरों की पूरी सूची विभाग को मिलने की उम्मीद है। विभाग ने इंटरव्यू से 168 डॉक्टरों का चयन किया है। सरकार ने डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए राजकीय मेडिकल कॉलेजों को नियुक्ति का अधिकार दिया है।
दून, श्रीनगर, हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में खाली पदों के सापेक्ष इंटरव्यू से डॉक्टरों की नियुक्ति कर सकते हैं। इनमें भी आजकल में 20 से 30 डॉक्टरों की नियुक्ति हो सकती है।
आज इन पदों पर चयनित डॉक्टरों की पूरी सूची विभाग को मिलने की उम्मीद है। विभाग ने इंटरव्यू से 168 डॉक्टरों का चयन किया है। सरकार ने डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए राजकीय मेडिकल कॉलेजों को नियुक्ति का अधिकार दिया है।
दून, श्रीनगर, हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में खाली पदों के सापेक्ष इंटरव्यू से डॉक्टरों की नियुक्ति कर सकते हैं। इनमें भी आजकल में 20 से 30 डॉक्टरों की नियुक्ति हो सकती है।
पंद्रह सौ नर्सें कार्यरत पांच हजार की जरूरत
विभाग में वर्तमान में पंद्रह सौ नर्सें कार्यरत हैं। जबकि विभाग को पांच हजार नर्सों की जरूरत है। कोरोना महामारी से निपटने के लिए सरकार ने प्रदेश के सभी सरकारी और प्राइवेट नर्सिंग कॉलेजों को आदेश जारी किए हैं कि देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, नैनीताल समेत अन्य जनपदों में नर्सों की पर्याप्त व्यवस्था की जानी है।
इसके लिए बीएससी नर्सिंग और एमएससी नर्सिंग की छात्राओं की विकल्प के रूप में सेवाएं ली जाएंगी। अस्पतालों में तैनानी अवधि में प्रति माह 15 हजार रुपए का मानदेय दिया जाएगा।
इसके लिए बीएससी नर्सिंग और एमएससी नर्सिंग की छात्राओं की विकल्प के रूप में सेवाएं ली जाएंगी। अस्पतालों में तैनानी अवधि में प्रति माह 15 हजार रुपए का मानदेय दिया जाएगा।